राजनेताओं की गुंडागर्दी / भाजपा नेता विवेक शर्मा ने कंसाना के साथ पत्रकार को दी जान से मारने की धमकी ?

ग्वालियर। क्या भाजपा नेता हुए बे-लगाम हो चुके हैं। स्वयं को भाजपा जिला अध्यक्ष बताने वाले विवेक शर्मा ने संपादक को अपने फोन नंबर 9425435810 से 14 बजकर 53 मिनिट पर फोन लगाया और किसी कंसाना से धमकी दिलवाई की तुमने जो षिकायत की उसे वापस लेलो नहीं तो जान से हाथ धोना पड़ेगा। और घर आकर देख लेने की बात भी कही है। उक्त नंबर पर कुल 47 सेकेन्ड बात होना दर्षाया जा रहा है। जबकि विवेक ष्शर्मा द्वारा सुबह 10ः33 पर उक्त मामले को लेकर 9289271810 नंबर पर बात हो चुकी थी कि इस मामले से धर्मवीर सिंह  का कोई  लेना देना नहीं है इसके बाद भी दोपहर 14ः53 पर फोन लगाकर किसी अन्य व्यक्ति से धमकी दिलवाना आपराधिक गतिविधियों की श्रेणी में आता है। ये लोग किस षिकायत और किस बात कर रहे हैं। इस विषय में संबधित को कोई जानकारी नहीं थी। उसके बाद भी अनैतिक मामलों में प्रेस को धमकी देना प्रषासन को गंभीर अपराधों की श्रेणी में आंका जाना चाहिए।
    उक्त मामले की जानकारी तहसील से लेने पर पता चला कि मामला सिंधिया नगर में किसी व्यक्ति के द्वारा शासकीय भूमि को बेचने का है। जिसमें संजय द्वारा षिकायत की है। ऐसा बताया गया है उक्त व्यक्ति के द्वारा शासकीय भूमि को स्वयं की बताकर पूर्व में कई बार बेचकर लोगों को ठगा गया है। जिसकी जांच तहसील सिटीसेंटर तहसीलदार श्रीसत्रुघन जी द्वारा कराई जा रही है।

    स्वयं को भाजपा का पदाधिकारी कहने वाले विवेक शर्मा को जब मामले की जानकारी नहीं है तो प्रेस को धमकी देना क्या राजनीति के नैतिक कर्तव्यों के मूल्य में आकां जाना चाहिए। क्या भाजपा अब गुंडागर्दी और अनैतिक कृत्यों को पनपाने का कार्य करने लगी है। कौन है ये विवेक शर्मा जो स्वंय को भाजपा नेता बताकर अनैतिक कार्यों में सहयोग करने की कोषिष कर रहा है क्या ऐसे नेताआंे ने किसी भी षिकायत कर्ता को धमकी देने का ठेका ले रखा है। इस धमकी वाले मामले में वरिष्ठ अधिकारियों से लेकर थाना प्रभारी विष्वविद्यालय श्रीछारी को भी अवगत करा दिया गया है जिस पर पुलिस ने तुरंत एक्षन लेते हुए एसआई संजू यादव को जांच में  दिया है। प्रारंभिक जांच में विवेक शर्मा ने मात्र फोन करने की बात को स्वीकार किया है। लेकिन मामले की पूरी जानकारी पुलिस को देना अभी बाकी है।  बात अभी बाकी है।...