भोपाल । अनूपपुर में यात्रियों से भरी एक बस पलट जाने के कारण अफरा तफरी मच गई। बस में 55 यात्री सवार थे, सूचना मिलने पर पुलिस और राहत दल मौके पर पहुंचा और यात्रियों को अस्पताल ले जाया गया, बताया जा रहा है कि ये हादसा बड़ा है, लेकिन इसमें फिलहाल किसी प्रकार की कोई जनहानि नहीं हुई है। हालांकि करीब 5 यात्रियों की हालत गंभीर है।
राजेन्द्रग्राम-बैहारघाट-जैतहरी मुख्य मार्ग पर 10 जुलाई की सुबह बस अनियंत्रित होकर पलट गई। घटना सुबह 11 बजे घटी है। बस राजेन्द्रग्राम से शहडोल के लिए रवाना हुई थी, जो बैहार गांव के पास घाट की टर्निंग पर अनियंत्रित होकर सीधी पलटी मारती हुई घाट से नीचे पलट गई। बस में लगभग 50-55 यात्री सवार थे। जिसमें अभी तक किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई। इसमें लगभग 20 यात्रियों को चोटें आईं हैं। जिसमें 4 की हालत गंभीर बताई जा रही है।
घटना की सूचना के बाद पुलिस ने एम्बुलेंस के माध्यम से घायलों को जैतहरी स्वास्थ्य केन्द्र के लिए रवाना किया है। थाना प्रभारी केके त्रिपाठी ने बताया कि इसमें कोई जनहानि नहीं हुई है। बस क्रमांक एमपी 18 पी 0541 हैं, जो राजेन्द्रग्राम से जैतहरी होते हुए अनूपपुर और फिर शहडोल के लिए जाती। घटना स्थल से लाए गए सभी घायलों में 5 को प्राथमिक उपचार के बाद गंभीर देखते हुए अनूपपुर जिला अस्पताल के लिए रवाना किया गया है। जबकि सामान्य रूप से अन्य 4 घायलों का इलाज सीएचसी जैतहरी में जारी है। जबकि अन्य हल्की चोट वाले घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई है। विदित हो कि अनूपपुर-राजेन्द्रग्राम मुख्य मार्ग के किररघाट पर 6 जुलाई को चट्टान धसकने के कारण मार्ग को सुरक्षा दृष्टि में प्रशासन ने बंद कर दिया है। जहां राजेन्द्रग्राम से जिला मुख्यालय अनूपपुर और शहडोल को जोडऩे राजेन्द्रग्राम-जैतहरी बाया बैहारघाट के रास्ते यातायात बहाल किया गया था।
बैहारघाट में बनी मार्ग टर्निंग और लेआउट के लिहाज से तेज और असंतुलित रफ्तार वाले वाहनों के लिए खतरनाक माना जाता है। इससे पूर्व भी 8 जुलाई 2021 को किररघाट में तीन स्थानों पर चट्टानों के धसकने के बाद सुधार कार्य के लिए इस मार्ग को 6 माह तक के लिए प्रशासन ने बंद कर दिया था। जहां इसी बैहारघाट के रास्ते बनाए गए यातायात व्यवस्था में 6 माह के भीतर आधा दर्जन से अधिक बस व अन्य छोटी वाहनें दुर्घटना का शिकार बनी थी। इसमें एक परिचालक की मौत भी हो गई थी, जबकि कई दर्जन यात्री घायल हुए थे। फिलहाल किररघाट मार्ग के पुन: बहाल कराने प्रशासन से जल्द सुधार कार्य कराते हुए मार्ग को यातायात के लिए खोले जाने जनप्रतिनिधि और नागरिकों की अपील जारी है।