भोपाल । अलग-अलग स्थानों पर चार मौसम प्रणालियां सक्रिय हैं। मानसून ट्रफ भी मध्य प्रदेश में सागर से होकर गुजर रहा है। जिसके चलते पूरे प्रदेश में मानसून सक्रिय बना हुआ है। इसके चलते विभिन्न जिलों में रुक-रुककर वर्षा होने का सिलसिला बना हुआ है। इसी क्रम में बुधवार को सुबह साढ़े आठ बजे तक खंडवा में 111, खरगोन में 15.6, इंदौर में 12.1, धार में 9.5, दतिया में 7.4, उज्जैन में चार, मंडला में 3.4, नर्मदापुरम में 3.2, रतलाम में दो, मलाजखंड में 0.7, छिंदवाड़ा में 0.6, बैतूल में 0.4 मिलीमीटर वर्षा हुई। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक बुधवार को रीवा, सागर, ग्वालियर, चंबल संभागों के जिलों में कहीं-कहीं भारी वर्षा हो सकती है। राजधानी में  कहीं-कहीं बूंदाबांदी होने के आसार हैं।
मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक वातावरण में बड़े पैमाने नमी बरकरार रहने के कारण बुधवार को राजधानी में सुबह से ही घने बादल बने हुए है। इस वजह से धूप भी नहीं निकल सकी है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक धूप नहीं निकलने के कारण तापमान में गिरावट आने की संभावना है।
ये मौसम प्रणालियां हैं सक्रिय
मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि वर्तमान में कम दबाव का क्षेत्र कमजोर पडऩे के बाद हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात के रूप में परिवर्तित होकर पश्चिमी मप्र पर मौजूद है। झारखंड और उससे लगे छत्तीसगढ़ पर भी हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बन गया है। इसके अतिरिक्त मानसून ट्रफ बीकानेर, कोटा, सागर, उत्तराखंड, बिहार, पश्चिम बंगाल से होकर बंगाल की खाड़ी तक बना हुआ है। इसके अतिरिक्त गुजरात से लेकर कर्नाटक तक एक अपतटीय ट्रफ बना हुआ है। इन चार मौसम प्रणालियों के असर से मध्य प्रदेश के विभिन्न जिलों में वर्षा हो रही है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक राजधानी में भी बड़े पैमाने पर नमी मौजूद है। जिसके चलते बुधवार को दोपहर के बाद गरज-चमक के साथ बौछारें पडऩे की संभावना है।