धर्मवीर सिंह - 9425111280, 9425777280

देवी रितु और मीनाक्षी किसी की भी मां बहन कर देती हैं

ग्वालियर डेस्क। परिवहन आयुक्त विवेक शर्मा की प्रेम पिपास ने हस्तिनापुर के राजा द्यृष्टराष्ट्र को भी पीछे छोड़ दिया जिसके चलते प्रदेश के परिवहन चैकपाॅइंटों पर उठने वाली त्राहिमाम की गूंजे इस बात की गवाह बनी हैं। दूसरी ओर इन्होंने शायद गुड़ खाकर अपने अधिकारी कर्मचारियों को सड़कों पर लूट की खुली छूट का परमिट देकर आकाओं के आर्थिक घावों को भरने का फर्ज अदा करते हुए चापलूसी के आॅलंपिक में स्वर्ण पदक लाने की तैयारी कर ली है जिसका उदाहरण परिवहन चैकपाॅइंटों पर सहज देखने को मिल रहा है।
 

करोड़ों का पाॅइंट हैं मालथौन
विभागीय सूत्रों की मानें तो मालथौन आरटीओ चैकपाॅइंट से हाल में लगभग 5 करोड़ से भी अधिक की अवैध वसूली के आंकड़े सामने आये हैं परन्तु सटीक एग्जिट पोल के आंकड़ों का ग्राफ इससे भी अधिक होने की जानकारी प्राप्त हो रही है जो हम आने वाली स्टोरियों में आप तक पहुंचाने की कोशिश करेंगे। जिसमें स्पष्ट होगा कि इस पाॅइंट से कौन कितनी हराम की दौलत अपने आशियानों तक पहुंचा रहा है।

 

मीनाक्षी गैंग की मुख्य सूटर गाली मां रितु शुक्ला
रितु और मीनाक्षी के आतंक की जमीनी हकीकत जानने के लिये आपको अनूपपुर की सैर पर जाना होगा। सूत्रो के अनुसार रितु अपने राजनीति कनेक्शन के प्रभाव से भाड़े के प्रभारियों को लाने की दंभ भरती हुई सुनी गयी हैं बात विचार करने है कि इस विभाग में यह परंपरा खूब निभाई जा रही है। निचली रेंज के कर्मचारी अपनी राजनेतिक एप्रोच व गांधी के सहयोग से प्रभारियों को ठेके पर लाकर सौरभ शर्मा के 52 किलो गोल्ड का रिकार्ड तोड़ने की कोशिश में हैं जिन्हें समय समय पर आपके समक्ष लाने का सफल प्रयास करेंगे। और तो और यहां तो कटर भी इतने आर्थिक सक्षम हैं कि लाखों से करोड़ों में वे प्रभारियों को ठेके पर ला रहे हैं। खैर बात करते हैं इन दो देवियों की जो विभाग में गाली मां के नाम जानी जा रही हैं उन दिनों सितम्बर 2024 में प्रवर्तन शाखा की कमान एक ईमानदार अधिकारी उमेश जोगा के हाथ में दी गई। हम स्पष्ट करना चाहेंगे कि ईमानदारी के मायने कई होते हैं यहां बात अपनों के प्रति ईमानदारी की है। उस समय सल्तनत-ए मध्यप्रदेश के द्वारा अवैध वसूली को पूर्णतः बंद करने का फरमान दे जारी किया गया था। किन्तु आदत जब कमजोरी बन जाने पर उसे काबू में रखना बहुत ज्यादा मुश्किल होता है। ऐसा ही कुछ उस वक्त इन देवियों के साथ हो रहा था। मजबूरी और वक्त की नजाकत से परेशानी में इनके ठिकाने अनूपपुर जिले के अंतर्गत आरटीओ चैकपाॅइंट रामनगर तिराहा पर पत्रकारों की दविश से ये बौखला गयीं इन्होंने क्या नौटंकी की वह देखने लायक है आप चाहो तो उस पोस्ट को हमारे फेसबुक एकाउंट धर्मवीर सिंह राजधानी मीडिया पर जाकर देख सकते हैं। उस नौटंकी के कारण 15 सितम्बर के आदेश में टीएसआई मीनाक्षी को लाईन अटैच एवं रितु को निलंबन का खिताब दिया गया था। उस वीडियों में मां बहन की गालियां देते हुए इन्हें देखा जा रहा है।

 

...10 लाख लिये हैं आयुक्त ने ?
रितु के निलंबन से पोस्टिंग तक पहुंचने की बात करें तो उसमें अधी हकीकत और आधा फसाने जैसी कहानी सुनने को मिली हैं। संबधितों का कहना है कि परिवहन आयुक्त को बहाली और पोस्टिंग के लिये 10 लाख चढ़ावे की बातें रितु ने किसी से साझा कीं जो आज विभागीय चुगल्लों के मुंह से सुनने को मिल रही हैं। लेकिन मामला अभी पहेली बना हुआ है कि माल गुप्ता जी खा गये या शर्मा जी चबा रहें है इसे जानने की कोशिश में हम लगे हैं कि इस फसाने भरी हकीकत में कितना सच है। कहानी अभी अधूरी है, लूट की मलाई में कौन कितना हिस्सेदार, कितना हो रहा लीकेज? शीघ्र