नरसिंहपुर ।   मंगलवार को गोटेगांव के परमहंसी गंगा आश्रम में प्रवासरत द्वीपीठाधीश्वर शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती से मिलने और आशीर्वाद लेने केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल स्वजन सहित पहुंचे। शंकराचार्य और केंद्रीय मंत्री की स्वजन सहित इस मुलाकात ने मध्य प्रदेश के सियासी माहौल को गरमा दिया है, क्योंकि केंद्रीय मंत्री पटेल और शंकराचार्य के बीच करीब तीन दशक से मनमुटाव चल रहा था, लेकिन मंगलवार को हुए इस घटनाक्रम ने सभी को हतप्रभ कर दिया है।

त्रिपुर सुंदरी माता के दर्शन किए

केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल अपनी पत्नी, बच्चों सहित अपने पिता मुलायम सिंह पटेल, भाई नरसिंहपुर विधायक जालम सिंह पटेल और अन्य स्वजन के साथ मंगलवार को परमहंसी गंगा आश्रम पहुंचे। उनके साथ पूर्व विधानसभा अध्यक्ष व गोटेगांव के वर्तमान विधायक एनपी प्रजापति भी मौजूद रहे। केंद्रीय मंत्री ने स्वजन सहित भगवती राजराजेश्वरी त्रिपुर सुंदरी माता के दर्शन करने के साथ ही अन्य मंदिरो में दर्शन-पूजन किया। केंद्रीय मंत्री पटेल ने आश्रम में शंकराचार्य के निज सचिव ब्रह्मचारी सुबुद्धानंद सरस्वती से मुलाकात कर आशीर्वाद लिया। जहां उनके पिता मुलायम सिंह को ब्रह्मचारीजी ने शंकराचार्य का एक छायाचित्र भेंट किया। वहीं कई दिनों से अस्वस्थ चल रहे शंकराचार्य के दर्शन कर उनका आशीर्वाद लिया। दंडी स्वामी सदानंद सरस्वती से भी मुलाकात की।

केंद्रीय मंत्री बोले, पिता शंकराचार्यजी के शिष्य रहे और मैंने भी दीक्षा ली

शंकराचार्य से मिलने के बाद बाहर निकले केंद्रीय मंत्री पटेल ने कहा कि तीन दशक पहले ऐसा कोई वर्ष नहीं होता था, जब हम लोग यहां न आते हो। पढ़ते थे तो पिकनिक मनाने आते थे और राजनीति करने लगे तो परमा के दिन हम परमहंसी कार्यकर्ताओं के साथ आते थे। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि तीस वर्ष बाद अपने स्वजन के साथ यहां आए। पिताजी शंकराचार्य के दीक्षित शिष्य हैं और मैंने भी दीक्षा ली है। महाराजजी स्वस्थ रहें, शतायु हों यही भगवती से प्रार्थना है। परमहंसी में करीब डेढ़-पौने दो घंटे तक रहने के बाद केंद्रीय मंत्री पटेल स्वजन सहित गोटेगांव के लिए रवाना हुए।