भोपाल । राजधानी और उसके आसपास के क्षेत्रों में पिछले 48 घंटों से हो रही बरसात से शहर के जलाशयों का कोटा भी पूरा हो गया। इसके फुलटैंक लेवल पर आते ही चारों डेम के सभी गेट खोल दिए गए। उधर बड़े तालाब की सैर कराने वाला क्रूज भी पानी में डूब गया है। बांधों के लबालब भर जाने के बाद भदभदा के 11, कलियासोत के 13, केरवा और कोलार के आठ-आठ गेट खोले गए हैं। बताया जा रहा है पानी का दबाव अधिक होने की वजह से रात में भी इनके गेट खुले रहेंगे। बड़े तालाब में सुबह से ही तेज बरसात के साथ ऊंची-ऊंची लहरें उठ रही थीं। इससे बड़े तालाब की सैर कराने वाला क्रूज भी पानी में डूब गया। हालांकि नगर निगम व पर्यटन विभाग के कर्मचारी इसको निकालने का प्रयास कर रहे हैं। वहीं छोटे तालाब में जलकुंभी निकालने के लिए खरीदा गया एस्केलेटर भी डूब गया। इससे मशीन के कुछ हिस्सा भी क्षतिग्रस्त हो गया। बता दें कि राजधानी में बीते 48 घंटों से हो रही तेज बरसात की वजह से शहर में बाढ़ जैसे हालात बन गए। निचली बस्तियों और कालोनियों में पांच से छह फीट तक पानी भर गया। बावड़िया कला स्थित इंडस एंपायर परिसर, कोलार स्थित बंदौरी गांव और नरेला स्थित महामाई के बाग में लोगों के घर डूब गए। नगर निगम अमले द्वारा लोगों का नाव से रेस्क्यू किया गया। वहीं निगम के कालसेंटर में 24 घंटे के अंदर विभिन्न इलाकों से करीब 200 पेड़ गिरने की शिकायतें की गई। नदी-नालों के ऊफान में होने से 50 से अधिक कालोनियों का संपर्क शहर से टूट गया। नगर निगम कालसेंटर में कालोनियों में जलभराव होने और सड़कों का संपर्क टूटने की 300 से अधिक शिकायत पहुंची हैं। खजूरी कला बायपास से पिपलानी जाने वाले मार्ग में नाले के चार फीट ऊपर से पानी बह रहा था। इसकी वजह से ग्यारहमील बायपास जाने वाले लोगों को आनंद नगर ट्रांसपोर्ट नगर घूमकर जाना पड़ा। वहीं कटारा हिल्स से बागसेवनिया को जाने वाले मार्ग में पुलिस चौकी के पास सड़क में पानी भरा होने से रास्ता बाधित रहा। इससे बुरा हाल बरखेड़ा पठानी पहुंच मार्ग था, यहां सड़क और खेतों में पानी भरने से रास्ते में तालाब बन गया था, जिससे घंटो रास्ता बंद रहा। अवधपुरी स्थित राधा कुंज कालोनी, क्रिस्टल आइडियल सिटी, सैफिया कालेज रोड, विश्वकर्मा नगर, भोपाल रेलवे स्टेशन, कोलार के ललिता नगर और नयापुरा, बावड़िया कलां, दानिशकुंज, मंदाकिनी, शाहपुरा, करोंद, भानपुर, शिवनगर छाेला, ऐशबाग, चांदबड़ बजरिया, अशोका गार्डन, टीला जमालपुरा, महामाई का बाग, इस्लामनगर, ईंटखेड़ी, पटेल नगर, आनंद नगर, मिसरोद, बागसेवनिया, बाग मुगलिया, दानिश नगर, अरेरा कालोनी, नेहरू नगर, गोमती कालोनी, इंद्रपुरी, आकृति इको ग्रीन सिटी, नीलबड़, रातीबड़ समेत 200 से ज्यादा कालोनियों में घरों में पानी घुस गया है। लगातार हो रही बरसात के कारण छोटा तालाब भी लबालब हो गया है। इसके ओवर फ्लो होने से पातरा नदी भी उफान पर आ गई। जो कि भोपाल के पास इस्लाम नगर से होते हुए गुजरती है और आगे जाकर हलाली नदी में मिल जाती है। इन दोनों नदियों के सोमवार सुबह से ही उफान पर होने से ईंटखेड़ी सहित आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में जलभराव की स्थिति बन गई। वहीं हलाली नदी पुल के ऊपर से पानी निकलने के कारण बैरसिया से भोपाल का संपर्क टूट गया। गोविंदपुरा इंडस्ट्रियल एरिया के पास स्थित कोलुआकला गांव में 100 लोग फंसे होने की सूचना निगम के कालसेंटर में पहुंची थी, यहां लोगों के घरों में पांच से छह फीट पानी भर गया था। सूचना मिलने पर निगम कर्मियों ने मौके पर जाकर लोगों का रेस्क्यू किया और ड्रेनेज का सुधार किया। वहीं इससे पहले बावड़ियाकलां इलाके के इंडस एम्पायर में पानी भर गया। कई घरों की पहली मंजिल डूबने से यहां के 40 मकान डूब गए। इनमें 25 लोग फंस गए थे। नाव की मदद से नगर निगम टीम ने रेस्क्यू किया। वहीं कोलार के बंदौरी गांव में नाव से लोगों का रेस्क्यू किया गया। तेज बरसात ने कालोनी और सड़कों में तबाही मचा दी। शहर में कई जगह अधिक पेड़ गिरने की सूचना है। जिससे दो दर्जन से अधिक मुख्य मार्ग बंद हैं। नगर निगम अमला पेड़ों को रास्ते से हटाने का प्रयास कर रहा है। वहीं तरुण पुष्कर के पास एक पुराना पेड़ बाइक सवार युवक पर गिर गया, जिससे मौके पर ही उसकी मृत्यु हो गई।आंधी के साथ भारी बारिश का असर दूर संचार कंपनियों पर भी पड़ा है। सोमवार सुबह अचानक कई कंपनियों के मोबाइल नेटवर्क गायब हो गए। फोन और इंटरनेट सेवाओं के बाधित होने से उपभोक्ता परेशान हो रहे हैं। रायसेन रोड स्थित आनंद नगर के पास तेज आंधी-तूफान से बस स्टाप उखड़कर सड़क पर जा गिरा। हालांकि इससे किसी को नुकसान नहीं पहुंचा है। निगम अमले के कर्मचारियों ने मौके पर पहुचंकर बस स्टाप को सड़क से हटाया।