भोपाल । राजधानी के उपनगर बैरागढ़ में सीहोर नाके से संत हिरदाराम जी की कुटिया तक बीआरटीएस लेन में वाहनों के प्रवेश सख्ती से रोक लगाई जा रही है। वाहनों चालकों पर सख्ती दिखाते हुए पुलिस ने भी अब चालान बनाने की कार्रवाई शुरू कर दी है। नगर निगम के ट्रैफिक वार्डन गेट पर ही तैनात रहकर लो-फ्लोर बसों के अलावा दूसरे वाहनों को लेन के अंदर प्रवेश नहीं करने देते। इधर, व्‍यापारियों की मांग है कि शाम के समय ट्रैफिक का दबाव अधिक रहता है, लिहाजा बीआरटीएस लेन में वाहनों के प्रवेश की छूट मिलनी चाहिए। बीआरटीएस लेन के बनने के बाद से ही यहां लगातार दुर्घटनाएं हो रही हैं। हाल ही में ग्राम बैरागढ़ कला निवासी एक युवक को गैस सिलेंडर से भरे ट्रक ने टक्कर मार दी थी। युवक ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। इस एक्सीडेंट के बाद अब पुलिस ने लेन में प्रवेश करने वाले वाहनों को रोककर ई-चालान बनाना शुरू कर दिए हैं। हाल के दिनों में पुलिस ने कई बार जांच अभियान चलाया है। पुलिस कभी भी लेन में पहुंचकर यहां से गुजरने वाले दुपहिया वाहनों, लोडिंग वाहनों एवं कार आदि के फोटो खींचकर उन्हें चालान थमा देती है। कपड़ा व्यापारी संघ के अध्यक्ष कन्हैया इसरानी एवं महासचिव दिनेश वाधवानी का कहना है कि मेन रोड से लेन हटाकर डिवाइडर बना दिया जाना चाहिए, इससे यातायात व्यवस्था में भी सुधार होगा।मालूम हो कि बीआरटीएस लेन हटाने के लिए बैरागढ़ के व्यापारी लंबे समय से मांग कर रहे हैं। इसके लिए दो साल पहले हस्ताक्षर अभियान भी चलाया गया था। पार्षद अशोक मारण का कहना है कि लेन हटाने का निर्णय आम सहमति से लिया जाना चाहिए। मारण ने लेन हटाने के लिए एक हजार से अधिक व्यापारियों एवं रहवासियों से सहमति लेकर उनके हस्ताक्षर वाला ज्ञापन कलेक्टर को सौंपा था। हाल ही में प्रभारी भूपेंद्रसिंह ने भी कहा था कि लेन हटना चाहिए।