नई दिल्ली । दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार में उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया सरकार की आबकारी नीति मामले में मुश्किल मे पड़ते नजर आ रहे हैं। दरअसल, सीबीआई की ओर से मनीष सिसोदिया और 13 अन्य के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी कर दिया गया है। इन सभी के नाम सीबीआई की ओर से दर्ज एफआईआर में शामिल हैं, ऐसे में ये सभी विदेश नहीं जा सकेंगे। इस बीच लुकआउट नोटिस जारी होने को लेकर मनीष सिसोदिया ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। सिसोदिया ने ट्वीट किया, आपकी सारी रेड फैल हो गई, कुछ नहीं मिला, एक पैसे की हेरा फेरी नहीं मिली, अब आपने लुक आउट नोटिस जारी किया है कि मनीष सिसोदिया मिल नहीं रहा। ये क्या नौटंकी है मोदी जी? मैं खुलेआम दिल्ली में घूम रहा हूं, बताइए कहां आना है? आपको मैं मिल नहीं रहा?' इससे पहले शुक्रवार को सीबीआई ने आबकारी नीति मामले में मनीष सिसोदिया के आवास सहित करीब 30 अन्य स्थानों पर छापे मारे थे।
देश के जिन स्थानों के विभिन्न ठिकानों पर छापे मारे गए उनमें दिल्ली, गुरुग्राम, चंडीगढ़, मुंबई, हैदराबाद, लखनऊ, बेंगलुरु शामिल हैं। जांच एजेंसी ने दावा किया है कि सिसोदिया के निकट सहयोगी की कंपनी को कथित रूप से एक करोड़ रुपए का भुगतान किया गया है। अधिकारियों ने बताया था कि छापे के दौरान अपराध से संबंधित कई दस्तावेज, सामग्रियां और डिजिटल रिकॉर्ड आदि बरामद किए गए हैं।
वहीं, आम आदमी पार्टी, अरविंद केजरीवाल और सिसोदिया ने केंद्र पर जांच एजेंसियों के गलत इस्तेमाल का आरोप लगाया है। सिसोदिया ने शनिवार को कहा कि सच की हमेशा जीत होती है इसलिए उनके खिलाफ लगाए गए झूठे आरोप टिक नहीं पाएंगे। वहीं, केजरीवाल ने कहा कि देश देख रहा है कि किस तरह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली सरकार को परेशान करने के लिए केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग कर रहे हैं। आप के मुख्य प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने एक प्रेस वार्ता में कहा, ‘सीबीआई ने 31 ठिकानों पर छापेमारी की और कई घंटे तक तलाशी ली लेकिन जांच एजेंसी ने यह नहीं बताया कि उन्हें सिसोदिया के आवास पर क्या मिला या उन्होंने कितना सोना बरामद किया।’ भारद्वाज ने सीबीआई की छापेमारी को ‘व्यर्थ की कवायद’ करार दिया और कहा कि एजेंसी ने सिसोदिया के आवास की तलाशी लेने के लिए कम से कम 900 अधिकारियों को तैनात किया था लेकिन उन्हें कुछ नहीं मिला।