मेटल और फाइनेंशियल स्टॉक्स की तूफानी रैली! सेंसेक्स 1578 अंक चढ़ा, निफ्टी 23,329 पर बंद

भारतीय शेयर बाजारों में मंगलवार (15 अप्रैल) को लगातार दूसरे दिन जोरदार तेजो के साथ बंद हुए। अमेरिकी प्रशासन की तरफ से 75 से ज्यादा देशों पर टैरिफ पॉज के बाद अमेरिकी बाजारों में तेजी आई है। इसका असर भारतीय बाजारों पर भी देखने को मिला। HDFC Bank, ICICI Bank, L&T, Reliance Industries, Bharti Airte जैसे भारी भरकम वाले शेयरों ने भी बाजार को ऊपर खींचा।
तीस शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) आज 15 अप्रैल को 1600 अंक से ज्यादा उछलकर 76,852.06 पर ओपन हुआ। कारोबार के दौरान यह 76,907.63 अंक तक चला गया था। अंत में सेंसेक्स 1577.63 अंक या 2.10% की तेजी के साथ 76,734.89 अंक पर बंद हुआ।
इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी-50 (Nifty-50) भी बंपर तेजी के साथ 23,368.35 पर ओपन हुआ। कारोबार के दौरान यह 23,368 अंक तक चला गया था। अंत में यह 500 अंक या 2.19% चढ़कर 23,328.55 पर बंद हुआ।
निवेशकों की वेल्थ 10 लाख करोड़ रुपये बढ़ी
बाजार में तेजी के साथ निवेशकों की वेल्थ में भी जोरदार इजाफा हुआ है। बीएसई में लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप 412,29,007 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। शुक्रवार को यह 402,34,966 करोड़ रुपये था। इस तरह निवेशकों की वेल्थ करीब 10 लाख करोड़ रुपये बढ़ गई।
बाजार में आज 15 अप्रैल को तेजी की वजह
1. बाजार में तेजी की सबसे बड़ी वजह ट्रंप की उस टिप्पणी को माना जा रहा है। इसमें उन्होंने ऑटोमोबाइल सेक्टर को टैरिफ से अस्थायी छूट देने की बात कही। ट्रंप ने कहा कि “ऑटोमोबाइल कंपनियों को कनाडा, मैक्सिको और अन्य जगहों से प्रोडक्शन शिफ्ट करने के लिए समय चाहिए।”
2. सेंसेक्स में शामिल ज्यादातर हेवीवेट शेयरों में भी आज मजबूती रही। इनमें HDFC Bank, ICICI Bank, L&T, Reliance Industries, Bharti Airtel, M&M, Axis Bank और Tata Motors जैसे प्रमुख नाम शामिल हैं, जिन्होंने बाजार को ऊपर खींचा।
3. वैश्विक बाजारों में भी ट्रंप की टिप्पणी के बाद पॉजिटिव माहौल देखने को मिला। भारतीय बाजार एशियाई बाजारों में सबसे बेहतर प्रदर्शन कर रहे थे, जबकि जापान का Nikkei इंडेक्स 1% ऊपर था, ऑस्ट्रेलिया का ASX200 0.37% चढ़ा और हांगकांग का Hang Seng इंडेक्स 0.2% की तेजी में रहा
वैश्विक बाजारों से क्या संकेत?
वॉल स्ट्रीट पर सोमवार को डॉव जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज 0.78 प्रतिशत बढ़कर 40,524.79 पर बंद हुआ। नैस्डैक कंपोजिट 0.64 प्रतिशत चढ़कर 16,831.48 पर बंद हुआ। एसएंडपी 500 0.79 प्रतिशत बढ़कर 5,405.97 पर बंद हुआ। हालांकि, वॉल स्ट्रीट फ्यूचर्स कम कारोबार कर रहा था। डॉव जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज वायदा 0.2 प्रतिशत गिरा। एसएंडपी 500 वायदा और नैस्डैक 100 फ्यूचर्स क्रमशः 0.2 प्रतिशत और 0.3 प्रतिशत नीचे थे।
इस बीच, एशियाई बाजारों में मंगलवार को वॉल स्ट्रीट पर बढ़त के बाद तेजी देखी गई। जापान का बेंचमार्क निक्केई 225 इंडेक्स 1.18 प्रतिशत ऊपर था। साउथ कोरिया का कोस्पी 0.51 प्रतिशत चढ़कर कारोबार कर रहा था। इसके अलावा ऑस्ट्रेलिया का एसएंडपी/एएसएक्स 200 0.38 प्रतिशत ऊपर था।
निवेशकों की महंगाई के आंकड़ों पर भी नजर
इस बीच, निवेशक भारत के मार्च महीने के खुदरा और थोक मुद्रास्फीति के आंकड़ों के साथ-साथ IREDA और MRP एग्रो जैसी कंपनियों की चौथी तिमाही की नतीजों का भी इंतजार कर रहे हैं। इसके अलावा भारत का इलेक्ट्रॉनिक विनिर्माण सेवा (ईएमएस) क्षेत्र मौजूदा टैरिफ युद्ध से तुलनात्मक रूप से लाभान्वित हो सकता है। जकि इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के लिए 23,000 करोड़ रुपये की उत्पादन-लिंक्ड प्रोत्साहन (PLI) योजना मार्जिन को और बढ़ा सकती है और व्यापक उत्पाद मिश्रण को सक्षम कर सकती है।
ट्रंप के टैरिफ पर 90 दिन की रोक से राहत
ट्रंप एक बड़ा ऐलान करते हुए कहा है कि अमेरिका, ज्यादातर देशों से होने वाले आयात पर अगले तीन महीनों तक नया टैरिफ नहीं लगाएगा। इस घोषणा के बाद भारतीय शेयर बाजार में उम्मीद का माहौल बना है। इससे भारत और अमेरिका के बीच प्रस्तावित द्विपक्षीय व्यापार समझौते (BTA) के पहले चरण को जल्द अंतिम रूप देने का रास्ता साफ हो सकता है।
हालांकि, ट्रंप सरकार ने चीन से होने वाले आयात पर कुल शुल्क को बढ़ाकर 145% कर दिया है। इसके बावजूद कुछ खास श्रेणियों जैसे—कॉपर, फार्मास्यूटिकल्स, सेमीकंडक्टर्स और ऊर्जा उत्पादों को इस बढ़े हुए शुल्क से छूट दी गई है। इससे ग्लोबल मार्केट में अस्थिरता बनी हुई है और एशिया-पैसिफिक के बाजारों में गिरावट देखने को मिल रही है।