महंगाई कम होने के संकेत नहीं दिखने के बीच आरबीआई सोमवार से शुरू होने वाली तीन दिवसीय मौद्रिक नीति समिति  की बैठक में नीतिगत दरें फिर बढ़ सकती हैं। बैठक के नतीजे बुधवार को आएंगे।विशेषज्ञों का कहना है कि इस बार रेपो दर में कम-से-कम 0.40 फीसदी की बढ़ोतरी हो सकती है। आने वाले महीनों में इसमें और वृद्धि का अनुमान है। बैंक ऑफ बड़ौदा के मुख्य अर्थशास्त्री मदन सबनवीस ने कहा कि यह बैठक आर्थिक वृद्धि और महंगाई पर आरबीआई के आगामी कदमों के लिहाज से महत्वपूर्ण है। रेपो दर में 0.25-0.35 फीसदी से ज्यादा बढ़ोतरी नहीं होगी। इसकी प्रमुख वजह मई की बैठक में मिला संकेत है, जिसमें एमपीसी रेपो दर में बड़ी वृद्धि के पक्ष में नहीं थी।हाउसिंग डॉट कॉम समूह के सीईओ ध्रुव अग्रवाल का कहना है कि महंगाई को देखते हुए नीतिगत दर में फिर वृद्धि हो सकती है। रियल एस्टेट उद्योग की वृद्धि प्रभावित न हो, इसलिए दरों में बढ़ोतरी धीरे-धीरे होनी चाहिए।