भोपाल ।  गाडिय़ों के चालान को लेकर पुलिस और वाहन चालक के बीच चिकचिक अब खत्म होगी, क्योंकि ऑन स्पॉट चालान कटेगा। गाड़ी मालिक कौन है, उसका पता ठिकाना क्लिक पर सामने आएगा। इसके अलावा सिफारिश का झंझट भी खत्म होगा। क्योंकि किसका चालान कहां और कब कट रहा है। इसका डाटा, पुलिस के साथ आरटीओ के पास भी रहेगा। इसलिए यातायात और थाना पुलिस को 100 पीओएस मशीन थमाई गई हैं। प्रदेश में इसकी शुरूआत ग्वालियर से हो रही है। यातायात पुलिस अब चैकिंग प्वॉइंट पर रसीद कट्टे की जगह पीओएस मशीन थाम कर खड़ी होगी। इसकी शुरूआत आज से होगी। ग्वालियर एएसपी अभिनव चौकसे ने बताया पीओएस से चालानी कार्रवाई की प्लानिंग कई दिनों से थी। सोमवार को मशीन की खेप यातायात पुलिस को थमाई गई। इसके लिए पुलिस कंट्रोल रूम में पुलिसकर्मियों को मशीन के इस्तेमाल का तरीका समझाया गया।

यह होगा फायदा
मशीन में वाहन नंबर दर्ज करते ही उसके मालिक का नाम, पता मिल जाएगा। इससे ऑन स्पॉट पता चल जाएगा कि वाहन चोरी का तो नहीं है। इसके अलावा चालान की रकम को लेकर झंझट खत्म होगा। मशीन में ड्राइविंग की गलती दर्ज करते ही जुर्माने की रकम की रसीद हाथ में आएगी। किस प्वॉइंट पर किसका चालान काटा गया है उसकी जानकारी एएसपी यातायात को रहेगी।

कैसे काम करेगी मशीन
जानकारी के लिए बता दें कि मशीन में ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन के हिसाब से चालानी राशि फीड की गई है। पुलिसकर्मी द्वारा वाहन नंबर और चालक का नाम दर्ज करने के बाद रसीद दी जाएगी। वाहन चालक क्रेडिट या डेबिट कार्ड से भुगतान कर सकेंगे। चालानी कार्रवाई का डाटा ऑनलाइन रहेगा। इसकी जानकारी तुरंत कंट्रोल रूम में भी पहुंचेगी। वाहन का नंबर और चालानी कार्रवाई की जानकारी आरटीओ ऑफिस के पास भी पहुंचेगी। बार-बार नियम तोडऩे वाले और राशि जमा नहीं करने वाले वाहन चालक के लाइसेंस निरस्त होगें। पीओएस मशीन के संचालन के लिए पुीिलसकर्मियों को इंटरनेट कनेक्टिविटी मुहैया कराई गई है। यहां बता दें, फिलहाल मैन्युअली चालानी कार्रवाई भी जारी रहेगी। पीओएस मशीनों की संख्या बढऩे के बाद चालानी कार्रवाई को पूरी तरह पीओएस मशीन के जरिये करने की योजना है।