समाजवादी पार्टी के सांसद रामजी लाल सुमन के राणा सांगा पर दिए विवादित बयान पर लगातार हंगामा जारी है। इस मुद्दे पर राज्यसभा में बहस देखने को मिली है। रामजी लाल सुमन के घर पर करणी सेना ने हमला किया था। समाजवादी पार्टी ने इस घटना का विरोध किया है। वहीं, अब इस पूरे मामले को लेकर बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने समाजवादी पार्टी और उसके मुखिया अखिलेश यादव पर निशाना साधा है। मायावती ने अखिलेश को गेस्ट हाउस कांड की याद दिलाई है, जब बसपा प्रमुख पर हमला हुआ था।

गेस्ट हाउस कांड को याद रखना चाहिए- मायावती

मायावती ने कहा- "आगरा की घटना के साथ ही सपा प्रमुख को अपनी सरकार के दौरान 2 जून 1995 को लखनऊ स्टेट गेस्ट हाउस कांड में मुझ पर हुए जानलेवा हमले को भी याद रखना चाहिए और उसका पश्चाताप भी करना चाहिए। इसलिए अब सपा को आगरा की घटना की आड़ में अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकनी बंद कर देनी चाहिए और आगरा की घटना की तरह यहां दलितों का उत्पीड़न नहीं करना चाहिए।" 

दलितों को अपनी चालों से सावधान रहना चाहिए- मायावती

मायावती ने ट्वीट कर कहा- "सपा अपने राजनीतिक लाभ के लिए अपने दलित नेताओं को आगे करके जो गंदी राजनीति कर रही है, यानी उन्हें नुकसान पहुंचाने में लगी हुई है, वह ठीक नहीं है। दलितों को उनकी सभी चालों से सावधान रहना चाहिए। आगरा की घटना बेहद चिंताजनक है। साथ ही, सपा द्वारा अपने हित में किसी समुदाय का अपमान करना ठीक नहीं है, जिसके कारण अब उन्हें एक समुदाय में बुरी गंध और दूसरे में अच्छी गंध मिल रही है। इससे समाज में शांति और सद्भाव खराब होगा, जो ठीक नहीं है।"

सांसद रामजी लाल सुमन ने क्या कहा?

समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसद रामजी लाल सुमन ने 21 मार्च को मेवाड़ के शासक राणा सांगा पर विवादित टिप्पणी की थी। रामजी लाल सुमन ने राणा सांगा को 'देशद्रोही' कहा था। उन्होंने कहा था कि राणा सांगा ने इब्राहिम लोदी को हराने के लिए मुगल बादशाह बाबर को भारत आमंत्रित किया था। इस बयान के बाद से ही रामजी लाल सुमन का विरोध हो रहा है। राजस्थान की उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत समेत कई नेताओं और संगठनों ने रामजी लाल सुमन के बयान पर कड़ी आपत्ति जताई थी।