नई दिल्ली । दुनिया में कहीं आने-जाने के लिए (कुछ देशों को छोड़कर) आपको एक कागज की जरूरत होती है, इस हम लोग पासपोर्ट के नाम से जानते हैं। पासपोर्ट के बगैर आप दूसरे देश की यात्रा नहीं कर सकते हैं। बता दें कि जिस भी देश का पासपोर्ट जितना ताकतवार रहता है, उसको उसी हिसाब से सुविधा मिलती है। मान लीजिए कि आपके देश का पासपोर्ट सबसे ज्यादा पावरफुल है, तब आपको सबसे ज्यादा सहूलियत मिलेगी। दरअसल हाल ही में हेनली पासपोर्ट इंडेक्स जारी किया गया है। इसमें सबसे पावरफुल पासपोर्ट और सबसे कम पावरफुल पासपोर्ट के बारे में डिटेल्स जारी की गई है।
इंडेक्स में टोटल 112 देशों की रैंकिंग दी गई है। इसमें जापान का पासपोर्ट सबसे पावरफुल है। रिपोर्ट में कहा गया है कि दुनिया को सबसे पावरफुल पासपोर्ट जापान का है। वहीं, इसके बाद दूसरे स्थान पर सिंगापुर और दक्षिण कोरिया संयुक्त रूप से है। तीसरे नंबर पर संयुक्त रूप से जर्मनी और स्पेन हैं। वहीं, चौथे स्थान पर संयुक्त रूप से लक्जमबर्ग, फिनलैंड और इटली है। पांचवें स्थान पर नीदरलैंड, ऑस्ट्रिया, डेनमार्क, और स्वीडन के पासपोर्ट हैं। छठे स्थान पर संयुक्त रूप से आयरलैंड, पुर्तगाल, फ्रांस और ब्रिटेन के पासपोर्ट हैं। सातवें स्थान पर संयुक्त रूप से नॉर्वे, स्विट्जरलैंड, बेल्जियम, न्यूजीलैंड और अमेरिका के पासपोर्ट हैं और आठवें स्थान पर ग्रीस, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, चेक गणराज्य और माल्टा के पासपोर्ट हैं। वहीं, नौवें स्थान पर हंगरी औक दसवें स्थान पर पोलैंड, लिथुआनिया और स्लोवाकिया के पासपोर्ट हैं।
बता दें कि इस इंडेक्स में पाकिस्तान का पासपोर्ट 109वें स्थान पर है। वहीं, भारत के पासपोर्ट का स्थान इस इंडेक्स में 87वां है, जबकि चीन के पासपोर्ट का 69वां स्थान है। रूस के पासपोर्ट का स्थान 50वां है। वहीं, सबसे कम पावरफुल पासपोर्ट अफगानिस्तान का है, जिसका स्थान 112वां है। इसके अलावा 111वें स्थान पर इराक है। 110वें नंबर पर सीरिया और 109वें स्थान पर पाकिस्तान है। यमन की तो यहां का पासपोर्ट 108वें स्थान पर है और सोमालिया 107वें स्थान पर है। नेपाल व फलीस्तीन 106वें स्थान पर है। उत्तर कोरिया का नंबर इस इंडेक्स में 105वें पर है। इसके अलावा बांग्लादेश, कोसोवो व लीबिया का नंबर 104 है। कांगो, लेबनान, श्रीलंका और सूडान का पासपोर्ट 103वें स्थान पर है।