नई दिल्ली । पहाड़ी इलाकों में आपदा में फंसे लोगों को बचाने के लिए अब और भी तेजी से इंडो-तिब्बतन बॉर्डर पुलिस (आईटीबीपी) की टीमें पहुंच सकेंगी। आईटीबीपी ने ड्राइविंग की बेहतर ट्रेनिंग देने के लिए पहली बार दलदली ट्रैक तैयार किए हैं। इन दलदली ट्रैक पर ट्रायल के रूप में ट्रेनिंग शुरू हो गई है। आईटीबीपी जल्द ही क्रॉस कंट्री, स्पीड ब्रेकर, जिगजैग, स्टीप स्लोप ग्रेडिएंट और डिच ट्रैक के साथ मल्टी-ड्राइविंग ट्रेनिंग ट्रैक के साथ इस ड्राइविंग प्रशिक्षण क्षेत्र का विस्तार करने पर भी विचार कर रही है। पहाड़ खिसकने से लोगों के फंसे होने की घटनाएं आए दिन होती रहती हैं। कई बार तेज बारिश के कारण पहाड़ी एरिया में बेहद दलदली रास्ते होते हैं। इसके बाद आईटीबीपी की टीमों को इन आपदा वाले क्षेत्रों में पहुंचने के लिए बेहद मुश्किल का सामना करना पड़ता है। यह देखकर आईटीबीपी ने ड्राइवरों को दलदली रास्तों में ट्रेनिंग की शुरुआत की है।
आईटीबीपी के प्रवक्ता विवेक कुमार पांडेय के मुताबिक, आईटीबीपी की ट्रांसपोर्ट बटैलियन चंडीगढ़ में तैनात है। चंडीगढ़ के बेहद करीब पहाड़ी इलाके शुरू हो जाते हैं। बहलाना कैंप में ड्राइवरों को दलदली ट्रैक पर ट्रेनिंग दी जा रही है। आईटीबीपी के इतिहास में ऐसा पहली बार किया जा रहा है। आईटीबीपी के पास करीब 3 हजार ड्राइवर हैं। सभी को इसतरह की ट्रेनिंग दी जाएगी। नए ड्राइवरों को भी इस तरह की ट्रेनिंग दी जाएगी। आईटीबीपी अपने ड्राइवरों को हर स्थिति को मुकाबला करने के लिए क्रॉस कंट्री, स्पीड ब्रेकर, जिग जैक, स्टीप स्लोप ग्रेडिएंट और डिच जैसी ट्रेनिंग शुरू करेगा। इस प्रकार की ट्रेनिंग भी अगले 4 से 6 महीने के अंदर शुरू की जाएगी।