वॉशिंगटन। इजरायल और ईरान के बीच चल रही तनातनी फिलहाल कम होती नजर नहीं आ रही है। एक दूसरे पर हमला करके बदला लेने की बात करते हैं। दोनो ही देश अमेरिका की चेतावनी को भी नजर अंदाज करते हुए अपनी मनमानी कर रहे हैं। ईरान के ऊपर अमेरिका और अन्य देशों की चेतावनी का असर पड़ता नजर नहीं आ रहा है। वह इजरायल से बदला लेने पर अड़ा हुआ है। ईरान का कहना है कि वह अपनी रक्षा करने के लिए जरूरी कदम उठाएगा। ईरान के मुताबिक इजरायली हमले में उसके चार सैनिक मारे गए हैं। ईरान की धमकी के बाद मिडिल ईस्ट में बड़े पैमाने पर युद्ध का खतरा मंडराने लगा था।

जर्मनी और ब्रिटेन ने ईरान से कहा है कि वह संघर्ष को आगे न बढ़ाए
धमकी के बाद इजरायल ने कहा था कि अगर उसने हमलों का जवाब देने के बारे में सोचा भी तो उसे भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। इसके बाद अमेरिका, जर्मनी और ब्रिटेन ने भी ईरान से कहा है कि वह संघर्ष को आगे न बढ़ाए। वहीं, ईरान ने जोर देकर कहा है कि उसे अपनी आत्मरक्षा का अधिकार है। ईरान का लेबनानी साथी हिजबुल्लाह भी उसके साथ सुर मिलाने लगा है।हिजबुल्लाह ने कहा है कि उसने पहले ही उत्तरी इजरायल में पांच आवासीय इलाकों पर रॉकेट लांच कर दिया है। इजरायली सेना का कहना है कि शनिवार को सीमा पर 80 प्रोजेक्टाइल फायर किए गए। हिजबुल्लाह ने बाद में इजरायल के एक दर्जन इलाकों को खाली कराने की चेतावनी जारी की। वहीं, इजरायली सेना ने दक्षिण बेरुत को लेकर भी ऐसी ही चेतावनी जारी की है। इस बीच ईरान पर इजरायल के हमले की कुछ सैटेलाइट तस्वीरें सामने आई हैं। इनमें नजर आ रहा है कि हमलों के दौरान ईरान के उन ठिकानों को निशाना बनाया गया, जहां वह बैलिस्टिक मिसाइल के लिए सॉलिड फ्यूल की मिक्सिंग करता है। यह बातें दो अमेरिकी शोधकर्ताओं के हवाले से कही गई हैं।