भोपाल । राजधानी सहित कई जिलों में आज झमाझम बारिश के आसार बन रहे हैं। भोपाल, सागर, जबलपुर, शहडोल संभागों के जिलों में कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ तेज बौछारें पड़ सकती हैं। प्रदेश के शेष जिलों में मौसम कुछ साफ होने लगेगा। मानसून ट्रफ के उत्तर की तरफ खिसकने के कारण मध्यप्रदेश में वर्षा की गतिविधियों में गुरुवार से कमी आने की संभावना है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक वातावरण में नमी रहने के कारण दोपहर के बाद तापमान बढ़ने पर गरज-चमक की स्थिति बन सकती है। उधर बुधवार को सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक छिंदवाड़ा में 81, मलाजखंड में 25, सीधी में 17, उमरिया में 12, रतलाम में पांच, सतना में तीन, जबलपुर में 2.2, मंडला में दो, शिवपुरी में दो, खंडवा में दो, खजुराहो में 1.2, इंदौर में 1.2 एवं खरगोन में एक मिलीमीटर वर्षा हुई। राजधानी में कुछ क्षेत्रों में बूंदाबांदी हुई। मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक, एक जून से बुधवार को सुबह साढ़े आठ बजे तक मप्र में कुल 495.6 मिमी. वर्षा हो चुकी है, जो सामान्य (407.0 मिमी.) की तुलना में 22 प्रतिशत अधिक है1पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला के अनुसार, वर्तमान में राजस्थान के मध्य में हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। मानसून ट्रफ बीकानेर, सीकर, ग्वालियर, सतना, डाल्टनगंज और कृष्णानगर होते हुए पूर्वोत्तर बंगाल की खाड़ी तक बना हुआ है। इसी तरह आंध्र प्रदेश के तट के पास हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। इन तीन मौसम प्रणालियों के कारण नमी आने का सिलसिला बना हुआ है। मौसम विज्ञानी एसएन साहू के अनुसार, वर्तमान में मानसून ट्रफ ग्वालियर, सतना से होकर गुजर रहा है। इस वजह से कुछ नमी आने का सिलसिला बना हुआ है। इस वजह से पूर्वी मप्र के शहडोल, जबलपुर संभागों के जिलों में एवं भोपाल, सागर संभागो के जिलों में कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ तेज बौछारें पड़ सकती हैं। हालांकि गुरुवार से मानसून ट्रफ के उत्तर भारत की तरफ खिसकने के कारण वर्षा की गतिनिधियों में कुछ कमी भी आने लगेगी।