भाेपाल ।  मानसून ट्रफ मध्यप्रदेश में आ गया है। ओडिशा एवं उसके आसपास हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। इस चक्रवात के शनिवार काे पूर्वी मप्र पर आने की संभावना है। मौसम विज्ञानियाें के मुताबिक शनिवार काे भाेपाल, नर्मदापुरम, जबलपुर, शहडाेल, सागर, रीवा, ग्वालियर एवं चंबल संभागाें के जिलाें में वर्षा हाेने के आसार हैं। इस दौरान भाेपाल, नर्मदापुरम संभागाें के जिलाें में कहीं-कहीं भारी वर्षा भी हाे सकती है। उधर शुक्रवार काे सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक नौगांव में 65, पचमढ़ी में 52, नर्मदापुरम में 35, सतना में 24, भाेपाल में 14.7, उमरिया में 12, रायसेन में 11, सागर में 10, ग्वालियर में 6.2, गुना में तीन, दमाेह में एक, खजुराहाे में एक, मलाजखंड में 0.6 मिलीमीटर वर्षा हुई।

मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक मानसून के लगातार सक्रिय बने रहने से प्रदेश के विभिन्न जिलाें में रुक-रुककर वर्षा हाेने का सिलसिला बना हुआ है। मौसम विज्ञान केंद्र की वरिष्ठ मौसम विज्ञानी ममता यादव ने बताया कि उत्तरी ओडिशा पर हवा के ऊपरी भाग में बने चक्रवात के शनिवार काे आगे बढ़कर पूर्वी मप्र में आने की संभावना है। इसके प्रभाव से मप्र में अच्छी वर्षा हाेने के आसार हैं। बता दें कि इस सीजन में शुक्रवार सुबह साढ़े आठ बजे तक मप्र में कुल 410.1 मिमी. वर्षा हुई है, जाे सामान्य (347.7मिमी.) की तुलना में 18 प्रतिशत अधिक है।

ये मौसम प्रणालियां हैं सक्रिय

वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ अफगानिस्तान पर हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात के रूप में बना हुआ है। उत्तरी पाकिस्तान पर चक्रवात के रूप में बना पश्चिमी विक्षाेभ हिमाचल प्रदेश पर सक्रिय हाे गया है। झारखंड और उसके आसपास हवा के ऊपरी भाग में एक मौजूद चक्रवात उत्तरी ओडिशा पर पहुंच गया है। मानसून ट्रफ गंगानगर, राेहतक, ग्वालियर, सीधी, अंबिकापुर, बालासाेर से बंगाल की खाड़ी तक बना हुआ है। हरियाणा पर भी हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। मौसम विज्ञानियाें के मुताबिक वातावरण में बड़े पैमाने पर नमी मौजूद रहने के कारण शनिवार काे राजधानी में रुक-रुककर वर्षा का सिलसिला बना रहने की संभावना है।