भोपाल । मध्यप्रदेश में वातावरण में नमी धीरे-धीरे कम होने लगी है। इस वजह से बादल छंटने लगेंगे। धूप निकलने के कारण दिन के तापमान में बढ़ोतरी होने लगेगी। दो अगस्त तक मौसम का मिजाज इसी तरह बना रहेगा। हालांकि तापमान अधिक बढ़ने की स्थिति में कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने की संभावना बनी रहेगी। मौसम विभाग के अनुसार, मानसून ट्रफ उत्तर प्रदेश से होकर गुजर रहा है। साथ ही वर्तमान में मध्य प्रदेश के मौसम को प्रभावित करने वाली कोई भी मौसम प्रणाली सक्रिय नहीं है। उधर गुरुवार को सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक खजुराहो में 12, दमोह में 10, नर्मदापुरम में छह, पचमढ़ी में पांच, मंडला में तीन, उमरिया में तीन, शिवपुरी में तीन, सतना में दो, मलाजखंड में दो, गुना में एक, रतलाम में एक, धार में 0.7, ग्वालियर में 0.6, सागर में 0.6 मिलीमीटर वर्षा हुई। मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक वर्तमान में दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी में हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात मौजूद है। मानसून ट्रफ गंगानगर-नरनौल, अलीगढ़, हरदोई से लेकर डाल्टनगंज, बरहमपुर से होते हुए सिलचर-इम्फाल तक बना हुआ है। उत्तरी तमिलनाडु के पास भी अन्य चक्रवातीय परिसंचरण समुद्र तल से 1.5 किमी की ऊंचाई पर सक्रिय है। उत्तरी कर्नाटक से कोमरीन सागर तक उत्तर-दक्षिण ट्रफ बना हुआ है। पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला के अनुसार, किसी प्रभावी मौसम प्रणाली के सक्रिय नहीं रहने से अब वर्षा की गतिविधियों में कमी आने लगी है। नमी कम होने से बाद छंटने लगेंगे। इससे धूप निकलेगी।दो अगस्त तक मौसम का मिजाज इसी तरह बना रहेगा। इसके बाद एक बार फिर वर्षा का सिलसिला शुरू हो सकता है। हालांकि कहीं-कहीं तापमान अधिक बढ़ने पर स्थानीय स्तर पर गरज-चमक के साथ बौछारें भी पड सकती हैं।