कोलकाता । राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान हो गया और परिणाम भी आ गए पर भाजपा और टीएमसी की रार है कि रुकने का नाम नहीं ले रही। एक के बाद उठे विवादों पर दोनों पार्टियां एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाने से नहीं चूकती हैं। अब बीजेपी आईटी सेल के इंचार्ज ने ममता बनर्जी पर निशाना साधा है। उन्होंने दावा किया है कि टीएमसी के सांसदों और विधायकों ने राष्ट्रपति चुनाव के लिए क्रॉस वोटिंग की है। उन्होंने ममता पर तंज कसते हुए कहा कि वह बीजेपी पर निशाना साधती है और अपने विधायकों, सांसदों को संभालने में सफल नहीं रहीं।
राष्ट्रपति चुनाव के लिए 18 जुलाई को वोटिंग हुई। 21 जुलाई को रिजल्ट आया और एनडीए की द्रौपदी मुर्मू राष्ट्रपति बनीं। अमित मालवीय ने कहा कि टीएमसी के 2 सांसद और 1 विधायक ने क्रॉस वोटिंग की। टीएमसी के 2 सांसदों और 4 विधायकों का वोट अवैध घोषित किया गया गया। विपक्षी एकता की स्व-नियुक्त आधार ममता बनर्जी अपने ही विधायकों पर हावी होने में विफल रहीं। अमित मालवीय ने टीएमसी और ममता पर यह भी आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल में उन्होंने बीजेपी के विधायकों को धमकाया। उन्होंने कहा कि डराने-धमकाने के बावजूद, सभी पश्चिम बंगाल बीजेपी के विधायकों ने द्रौपदी मुर्मू का समर्थन किया।
बीजेपी आईटी सेल चीफ ने कहा, 'मैंने बंगाल की सीएम ममता बनर्जी का भाषण सुना। उनका भाषण झूठ और आधा सच से भरा था। मैं उनके हर भाषण को छोटे-छोटे टुकड़ों में काट सकता हूं लेकिन अभी के लिए यहां कुछ बड़े झूठों पर एक तथ्य की जांच की गई है। उन्हें शायद अपने नाम के आगे लायर सीएम लगाना चाहिए।' उन्होंने इस ट्वीट के साथ एक तस्वीर भी पोस्ट की है जिसमें ममता बनर्जी के दावे और उसके आगे हर्ष रिएलिटी ऑफ बंगाल लिखा है। बंगाल में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने ट्वीट किया, 'जैसा कि मैंने कहा था कि भाजपा के सभी 70 विधायकों ने द्रौपदी मुर्मू को समर्थन किया है। इसके अलावा टीएमसी के भी एक विधायक ने भी उन्हें मतदान किया है। यही नहीं 4 टीएमसी विधायकों ने अपना वोट ही अवैध करा दिया।'