भोपाल । सत्ता का सेमीफाइनल कहे जाने वाले पंचायत और नगरीय निकाय चुनाव से मिली संजीवनी के बाद कांग्रेस अब पूरी तरह मिशन 2023 की तैयारी में जुट गई है। इसके लिए कार्ययोजना बनाने के लिए प्रदेश कांग्रेस ने गुरूवार को बैठक रखी है। इसमें विधायक, जिलाध्यक्ष, जिला प्रभारी सहित अन्य नेता मौजूद रहेंगे।  बैठक में चुनाव.. चुनौती और एजेंडे पर मंथन कर आगामी कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार की जाएगी। गौरतलब है कि प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ अभी से चुनाव के हिसाब से तैयारी में जुट गए हैं। टिकट के लिए सर्वे शुरू कराए हैं। जहां निकाय चुनाव में अच्छी जीत मिली है, वहां काम हो रहा है। जहां हार मिली है, वहां कमजोरी तलाशी जा रही है। पार्टी विधानसभा चुनाव में शासन-प्रशासन के दबाव-प्रभाव की काट के रास्ते खोज रही है, क्योंकि पार्टी का मानना है कि उसे स्थानीय चुनाव में इसका सामना करना पड़ा।

पदाधिकारियों की तय होगी जिम्मेदारी
गुरूवार को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने पार्टी के विधायकों, जिला प्रभारियों, जिलाध्यक्षों, मोर्चा व प्रकोष्ठों के अध्यक्षों की बैठक बुलाई है। बैठक प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में सुबह 10 बजे होगी। आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर इस बैठक को महत्वपूर्ण माना जा रहा है। बैठक में विधानसभा चुनाव का ब्ल्यू प्रिंट तैयार किया जाएगा। पार्टी पदाधिकारियों को अलग-अलग चुनावी जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। कमलनाथ जिला प्रभारियों को उनके अधिकारों और दायित्वों की जानकारी देंगे। साथ ही उनसे प्रभार के जिलों में आमद देकर संगठन को मजबूत करने के लिए स्थानीय कांग्रेस, महिला कांग्रेस, युवा कांग्रेस व मोर्चा, प्रकोष्ठ के पदाधिकारियों के साथ समन्वयक बनाकर काम करने के निर्देश देंगे। बैठक में अखिल भारतीय कांग्रेस के निर्देश पर 28 अगस्त को दिल्ली में होने वाली महंगाई पर हल्ला बोल महारैली को सफल बनाने को लेकर भी चर्चा की जाएगी। कमलनाथ विधायकों को अधिक से अधिक संख्या में पार्टी कार्यकर्ताओं को दिल्ली ले जाने का टारगेट देंगे। ग्वालियर चंबल संभाग की दूरी दिल्ली से कम है, इसलिए यहां के विधायकों को बड़ा टारगेट दिया जाएगा। इसके अलावा विधायकों को अपने अपने विधानसभा क्षेत्र में सक्रियता बढ़ाने को लेकर निर्देश देंगे। प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष व संगठन प्रभारी चंद्रप्रभाष शेखर का कहना है कि विधानसभा चुनाव में 14 महीने का समय बचा है।

संभागीय सम्मेलन करेगी कांग्रेस
अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियों को गति देने के लिए कांग्रेस संभागीय सम्मेलन करेगी। इसमें बूथ, मंडलम और सेक्टर समितियों के पदाधिकारियों से संवाद किया जाएगा। सम्मेलन में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, अरुण यादव सहित अन्य वरिष्ठ नेता शामिल होंगे। सम्मेलन की रुपरेखा भोपाल में जिला प्रभारियों की बैठक में तय होगी। विधानसभा चुनाव की तैयारियों के लिए प्रदेश कांग्रेस संगठन को तैयार करने में जुटी है। इसके लिए नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव के समय बनाए गए प्रभारियों को बदलकर नई नियुक्तियां की गई हैं। वहीं, सभी जिलों में इनकी सहायता के लिए सह प्रभारी नियुक्त किए जा रहे हैं। इन्हें मतदाता सूची के पुनरीक्षण कार्य पर नजर रखने, नए मतदाताओं के नाम जुड़वाने और अपात्रों के नाम हटवाने की प्रक्रिया में भागीदारी करने के लिए कहा गया है। बूथ, मंडलम और सेक्टर समितियों को सक्रिय करने के लिए संभागीय स्तर पर सम्मेलन करने की कार्ययोजना बनाई गई है। इसके माध्यम से मतदान केंद्र स्तर पर कार्यकर्ताओं को सक्रिय किया जाएगा। प्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभाग के अध्यक्ष केके मिश्रा का कहना है कि हमारी मतदान केंद्र स्तर पर टीम तैयार हो चुके है। इन्हें प्रशिक्षित करने का काम किया जा रहा है। प्रदेश अध्यक्ष लगातार कार्यकर्ताओं से संवाद करते हैं। संभाग स्तर पर कार्यकर्ता सम्मेलन और जनसमस्याओं को लेकर आंदोलन भी होंगे। गुरूवार को सहयोगी संगठनों के साथ जिला और सहप्रभारियों की बैठक बुलाई गई है। इसमें सभी विषयों पर चर्चा होगी। पार्टी ने तय किया है कि आगामी चुनावों को देखते हुए विधायकों को संगठन के दायित्व से मुक्त रखा जाएगा। जिला प्रभारियों की नियुक्ति में भी इस बात का ध्यान रखा गया। केवल तीन विधायक (तरुण भनोत, कमलेश्वर पटेल और संजय शर्मा) को प्रभारी बनाया गया है।