भोपाल  । राजधानी में पर्याप्त मात्रा में सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट नहीं बनने से प्रतिदिन करीब 33 करोड़ लीटर सीवेज नदी, तालाब व अन्य जलाशयों में मिल रहा है। इससे जलाशयों के साथ भूजल भी बुरी तरह प्रदूषित हो रहा है, लेकिन नगर निगम सीवेज को उपचारित करने के लिए पर्याप्त इंतजाम नहीं कर पा रहा है।
बता दें कि अकेले बड़े तालाब में ही प्रतिदिन 20 एमएलडी सीवेज मिल रहा है। शहर के छोटे तालाब, बागमुंशी हुसैन खां समेत अन्य जलाशयों के भी यही हाल हैं। हालांकि नगर निगम द्वारा बीते कुछ सालों में शहर के जलाशयों में मिलने वाले सीवेज को उपचारित करने के लिए नौ एसटीपी बनाए गए हैं, लेकिन इनसे केवल 122 एमएलडी पानी ही उपचारित हो पा रहा है, जबकि शहर में प्रतिदिन 450 एमएलडी सीवेज निकलता है। इसमें दस प्रतिशत सीवेज की क्षमता के हिसाब से ही एसटीपी बनाए गए हैं। बड़े तालाब में वर्तमान में सईद नगर नाला, शिरीन नाला, बैरागढ मेन रोड़ नाला, एम एन एवं एल एन नाला, बोरवेन के पास स्लम नाला, संजय नगर नाला, राजेन्द्र नगर नाला, राहुल नगर नाला, एमपीईबी सब स्टेशन के पीछे का नाला, सीहोर नाका नाला, भैंसाखेड़ी नाला, जमुनिया छीर पुलिया नंबर-01 के पास नाला, जमुनिया छीर पुलिया नंबर-02 मुनार न. 80 के पास नाला, कोलू खेड़ी गांव, कोलूखेड़ी गांव से आगे, वन निधि नर्सरी के पास पुलिया, कोटरा पंप हाउस के पास नाला और भदभदा झुग्गी नाला का सीवेज बिना ट्रीटमेन्ट के मिल रहा है।
पर्यावरणविद सुभाष सी पांडे ने बताया कि एनवायरमेंट प्लानिंग एंड कोर्डिनेशन आर्गनाइजेशन (एप्को) 2016 की रिपोर्ट के अनुसार बड़े तालाब में लगातार सीवेज मिलने से यहां का पानी तय मानकों से 14 गुना ज्यादा प्रदूषित हो चुका है। अब यह पीने योग्य नहीं बचा है। इस बचाने के लिए अधिक से अधिक एसटीपी बनाने की आवश्यकता है। छह नए प्लांटों के शुरू होने से बड़े तालाब, छोटे तालाब और शाहपुरा थाने में जाने वाले सीवेज को रोका जा सकेगा। बता दें कि शहर में सीवेज को उपचारित करने के लिए अभी नौ एसटीपी बनाए गए हैं। इनमें 122 एमएलडी सीवेज उपचारित किया जा रहा है। नगर निगम द्वारा वर्तमान में प्रोफेसर कालोनी, जमुनिया क्षीर, बंसल अस्पताल के पास, मक्सी और सनखेड़ी, माहोली दामखेड़ा, सिरिंज रीवर, नीलबड़ और चार इमली में एसटीपी बनाए गए हैं। जबकि निगम अधिकारियों के अनुसार नए वित्तीय वर्ष में सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट के लिए 250 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।
नगर निगम द्वारा नए वित्तीय वर्ष में जाटखेड़ी, पंचशील नगर, बागली, मिसरोद, नेहरू नगर, सेवनिया गौड, मिसरोद, कोलार जेके अस्पताल के पीछे, नेहरू नगर, शाहपुरा सेक्टर सी, अमलतास, बैरागढ़कलां-1, बैरागढ़कलां-2, सलैया, बैरागढ़ चीचली, हिनोतिया आलम, जाटखेड़ी, बावडिय़ा कला, प्रियंका नगर आदि स्थानों पर भी नए एसटीपी बनाया जाना प्रस्तावित है। शहर में सीवेज नेटवर्क के लिए सीवेज की पाइप लाइन बिछाने और एसटीपी बनाने का काम अंकिता कंस्ट्रक्शन द्वारा किया जा रहा है। इसके तहत शहर के घरों से निकलने वालेे सीवेज को सीधे सीवेज लाइनों के माध्यम से संयंत्र तक पहुंचाना और वहां पर शोधन करके सीवेज का खाद और उपयोगी जल बनाकर निगम के माध्यम से सीवेज खाद को खेतों के लिए और सीवेज का स्वच्छ जल विभिन्ना प्रकार के कार्यों जैसे वाहन धुलाई, पार्कों की सिंचाई, निर्माण कार्य इत्यादि के लिए उपलब्ध कराना है।