मध्य प्रदेश के रतलाम के आंबा में लगभग दो दर्जन लोगों ने मुस्लिम धर्म त्याग कर हिंदू धर्म अपनाया। परिवार के मुखिया मोहम्मद शाह अब राम सिंह बन गए हैं। भीमनाथ मंदिर में महा शिवपुराण की पूर्णाहुति पर गुरुवार को स्वामी आनंदगिरी महाराज के सान्निध्य में सभी ने गोबर और गोमूत्र से नहाकर जनेऊ धारण किया। इसके पहले सभी ने शपथ-पत्र तैयार किया। इसमें उन्होंने बिना किसी दबाव के धर्म बदलने की बात लिखी। इससे पहले इस परिवार के मुखिया ने स्वामी आनंदगिरी के पास जाकर धर्म परिवर्तन करने की इच्छा जाहिर की थी।महज 13 दिन पहले मंदसौर में शेख जफर शेख पिता गुलाम मोइनुद्दीन शेख ने हिंदू धर्म अपनाया था। अब वे चेतन सिंह राजपूत के नाम से जाने जाते हैं। उनकी पत्नी पहले ही हिंदू धर्म से हैं। शेख जफर ने भगवान पशुपतिनाथ मंदिर प्रांगण में धर्म परिवर्तन किया था।

महाराज का कहना है कि आंबा में हमने शिवपुराण का संकल्प लिया था। जिसे सुनने के लिए यह लोग आए थे। इस दौरान उनकी भावना जागी औऱ कहा कि हम बहुत सताए जा रहे हैं, हमारी पीढ़ियां परेशान है। हमारे पूर्वज जिस धर्म में रहे उस धर्म को धारण करना चाहते हैं। उन्होंने अपने आधार और वोटर आईडी कार्ड के साथ शपथपत्र दिया। इसके बाद सारे समाज के सामने उन्होंने सनातन धर्म को स्वीकार किया। उनका जनेऊ संस्कार के बाद नामकरण हुआ। इन लोगों ने घर वापसी की और सनातन धर्म को अपनाया। ये लगभग 10-12 के लोग हैं।