भोपाल । कोरोनारोधी टीका की सतर्कता डोज लगाने का तीसरा चरण कल संपन्न हो गया। इस दौरान प्रदेशभर में करीब 10 लाख से ज्यादा लोगों को सतर्कता डोज लगाई गई। पूरे प्रदेश में 15 लाख लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य था। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों के और शिविर में टीकाकरण के आंकड़े कई बार देरी से कोविन पोर्टल पर भरे जाते हैं। ऐसे में यह आंकड़ा 12 लाख से ऊपर पहुंचने की उम्मीद है। हालांकि, भोपाल में सतर्कता डोज लगवाने के लिए बहुत कम लोग आए। पिछले दो अभियानों की तरह इस बार भी 50 हजार लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य था, लेकिन शाम पांच बजे तक महज 8,661 लोगों ने टीका लगवाया। यह स्थिति तब है जब इस बार टीका लगवाने के लिए लोगों को फोन करके भी बुलाया गया था। कोविन पोर्टल से ऐसे लोगों के नाम निकालकर फोन और एसएमएस किया गया, जिन्हें 2021 में दोनों डोज लगवा ली, लेकिन अभी तक सतर्कता डोज ही नहीं लगवाई। प्रदेश के स्वास्थ्यकर्मियों और अग्रिम पंक्ति के कर्मचारियों में एक लाख ने सतर्कता डोज नहीं लगवाई है, जबकि सबसे पहले सतर्कता डोज लगाने की शुरुआत इन्हें से हुई थी। प्रदेश में मंगलवार को कोरोना के 80 मरीज मिले हैं। 3546 सैंपलों की जांच में इतने मामले समने आए हैं। भोपाल में 50 सैंपलों की जांच में आठ मरीज मिले है। प्रदेश में सक्रिय मरीजों की संख्या अब 698 रह गई है जो पिछले महीने 1500 के ऊपर पहुंच गई थी। फिलहाल 34 संक्रमित और 13 संदिग्ध मरीजों का प्रदेश के निजी और सरकारी अस्पतालों में इलाज चल रहा है। इनमें भोपाल के 18 और इंदौर के पांच मरीज हैं। वहीं लोगों ने कोरोना को लेकर सतर्कता बरतना भी बंद ही कर दिया। कोरोना से बचाव को लेकर लोग ना तो मास्क लगा रहे हैं और ना ही सेनिटाइजर का उपयोग कर रहे हैं।